दोस्तों हम सभी जानते हैं कि शिवलिंग पर Normaly सभी लोग milk, water और Ballot paper चढ़ाते है। लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि भारत में एक ऐसी भी शिवलिंग है जहां पर मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए झाड़ू चढ़ाया जाता है ।
यह शिवलिंग उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद district के बीहाजोई village स्थित है। इसे पातालेश्वर शिवलिंग कहते हैं। इस शिवलिंग पर यह मान्यता है कि झाड़ू चढ़ाने से भक्तों की मनोकामना की पूर्ति होती है। खास तौर पर यहां भक्त अपनी Skin diseases से संबंधित बीमारियां को ठीक करने के लिए आते हैं।
प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग में भक्तजनों की भीड़ उमड़ती है और सावन में तो लाखों की संख्या में कांवड़िये यहां पर शिवलिंग के दर्शन के लिए आते हैं और झाड़ू चढ़ाते हैं। मुरादाबाद के लोगों का मानना है कि यह मंदिर 150 – 200 साल पुराना है। यहां पर भक्तजन सीकों वाली झाड़ू चढ़ाते हैं। चर्म रोग की मुक्ति के लिए कांवड़िये गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं और शिवलिंग की पूजा करते हैं।
झाड़ू चड़ाने का कारण
पूरे भारत में Millions of शिवमन्दिर है। प्रत्येक शिवमन्दिर में अलग-अलग तरह की पूजा सामग्री से शिवलिंग की पूजा की जाती है। इसी तरह पातालेश्वर शिवलिंग पर झाड़ू चढ़ाकर भक्त अपनी मनोकामना और चर्म रोग से मुक्ति के लिए की पूजा करते हैं।
एक प्राचीन दंतकथा के अनुसार भिखारी दास नाम का एक धनी व्यापारी रहता था। उसके पास Inexhaustible धन संपदा थी, लेकिन वह चर्म रोग से पीड़ित था। इसी चर्म रोग के इलाज के लिए वो एक Hakim के पास जा रहा था लेकिन रास्ते में प्यास लगने के कारण वो एक छोटे से शिवमन्दिर में पानी मांगने गया। उसी समय शिवलिंग के आस-पास एक महंत झाड़ू निकाल रहा था और भिखारीदास महंत से टकरा गया और झाड़ू शिवलिंग पर जा गिरी उसी के कुछ समय के भिखारी दास का Skin disease ठीक हो गई।
भिखारी दास ने महंत को धन देने की फरमाइश की लेकिन महंत ने धन लेने से मना किया और कहा कि यहां पर एक बड़ा सा मंदिर बना दें ताकि प्रत्येक victim यहां पर अपने चर्म रोग ठीक कर सके। उसके बाद यह मंदिर skin संबंधी सभी बीमारियों को ठीक करने के लिए जाना जाता है और यहां पर लोग बड़ी Faith से आते हैं और अनेकों Devotees यहां से कि healthy होकर जाते हैं।
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