दोस्तों आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर का ध्यान रख पाना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है, लोग अपनी व्यस्त दिनचर्या में इतने बिजी हो जाते हैं कि वह अपने शरीर का ध्यान रखना भूल ही जाते हैं और इसका परिणाम यह हो रहा है कि छोटे बच्चे और युवा तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं |
पहले जो बीमारियां आम तौर पर बड़े लोगों में बुजुर्गों में देखने को मिलती थी आजकल छोटी सी उम्र में ही युवाओं में देखने को मिल जाती हैं जैसे कि- शुगर,किडनी फेल होना, हार्ट अटैक होना,ब्लड प्रेशर का बढ़ना आदि|
क्या आपने कभी सोचा है कि इन बीमारियों के बढ़ने का क्या कारण है और क्यों हमारी आधी से ज्यादा आबादी इतनी कम उम्र में ही इन बीमारियों से ग्रसित होती जा रही है | आइए आपको बताते हैं इन के कारणों के बारे में
युवाओं में बढ़ता हार्ट अटैक का खतरा
अनियमित दिनचर्या –
सबसे बड़ा कारण है दिनचर्या का नियमित ना होना ना समय पर सो कर उठना और ना ही समय पर सोना, हम इस बात को भले ही नजरअंदाज कर दें और रात भर जाकर हम सुबह देर से उठे लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा करने का कितना नकारात्मक प्रभाव आपके शरीर पर पड़ता है और कितनी गंभीर बीमारियों शिकार आप बन सकते हैं|
बदलता खान पान –
आजकल की पीढ़ी जो ज्यादातर बाहर के खाने पर निर्भर है उल्टा सीधा चिकना तला भुना हुआ खाना आपके शरीर पर क्या असर डालेगा यह आपको स्वयं ही सोचना चाहिए | आयुर्वेद में बताया जाता है कि हम जिस प्रकार का खाना खाते हैं वैसा ही ना केवल हमारा तन बल्कि हमारा मन भी हो जाता है |अपने खाने-पीने की आदतों को सुधार कर अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाने की कोशिश करनी चाहिए
तनाव भरी जिंदगी –
आगे निकलने की रेस में हम अपने मस्तिष्क में इतना तनाव पाल के रखते हैं और यह भूल जाते हैं कि जो तनाव हम ले रहे हैं इसका हमारे शरीर पर कितना नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है | हम इस कंपटीशन के दौर में यह भूल जाते हैं कि आज जो हमारा शरीर जिस तरह काम कर रहा है क्या अगर हम इसी तरह तनाव लेते रहे आगे भी यह काम कर पाएगा या नहीं इन का परिणाम बहुत ही घातक होता है|
दोस्तों क्या आपको पता है कि हार्ट अटैक एकदम से ही नहीं आता है यह आने से कुछ समय पहले कुछ सिग्नल देना शुरू करता है, इसके परिणाम स्वरूप आपको कुछ लक्षण अपने शरीर में दिखाई देते हैं जिन्हें आपको यूं ही नहीं लेना चाहिए इन लक्षणों को अगर आप गंभीरता से लेते हैं तो एक हार्टअटैक जैसी खतरनाक बीमारी से बच सकते है |
आइए जानते हैं लक्षणों के बारे में
सांस लेने में तकलीफ होना –
यदि आप थोड़ा सा भी चलते हैं और थक जाते हैं आप सीढ़ियां नहीं चढ़ उतर पाते हैं आपको सांस आने लग जाता है, तो कभी भी इस अवस्था को हल्के में मत लीजिए यह एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है कि आपका हृदय सही से काम नहीं कर रहा और इसका एक घातक परिणाम हार्टअटैक के रूप में भी हो सकता है|
शरीर के किसी अंग का काम न करना –
दोस्तों कई बार हमारे शरीर में ऐसा होता है कि हमारा एक हाथ हमारी गर्दन हमारी कमर कोई भी शरीर का एक हिस्सा सुन्न पड़ जाता है और हम इसे बहुत ही हल्के में ले लेते हैं |परंतु क्या आपको पता है यह भी एक हार्टअटैक का लक्षण हो सकता है कि आने वाले समय में आप को हार्टअटैक का सामना करना पड़े आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए|
हाथ का सुन्न पड़ जाना –
यदि आपका कोई हाथ सुन पड़ रहा है हल्के में बिल्कुल ना लें क्योंकि यह या तो हार्टअटैक या फिर पैरालाइसिस का लक्षण हो सकता है हो सकता है जल्दी आपके शरीर को किसी गंभीर रोग से पीड़ित होना पड़े|
दोस्तों पहले आबादी का 20 फ़ीसदी हिस्सा ही हार्ट अटैक का शिकार होता है परंतु आजकल कंडीशन यह है कि हमारे देश में 40% युवा हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं जो कि एक चिंता का विषय है|
आइए आपको बताते हैं कि आप किस प्रकार की जीवन शैली को अपनाकर हार्ट अटैक के खतरे से बच सकते हैं-
- नियमित सुबह जल्दी उठे
- सुबह-शाम सैर पर जरूर जाएं
- अधिक से अधिक पानी का सेवन जरूर करें
- हल्का भोजन करें तले भुने खाने से हमेशा परहेज करें
- देर तक जागने की आदत को बदल दे
- डाइट में फलों को अवश्य शामिल करें
- हार्ट अटैक से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय है योग जी हां दोस्तों योग को अपने दिनचर्या में अवश्य शामिल कीजिए|
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