गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान गणेश को बुद्धि, विद्या और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों और मंदिरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और 10 दिनों तक उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं।
गणेश चतुर्थी कब है
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को मनाई जाएगी।
गणेश चतुर्थी की स्थापना पूजा विधि
गणेश चतुर्थी की स्थापना पूजा विधि बहुत ही सरल है। इस पूजा के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
- भगवान गणेश की मूर्ति
- लाल रंग का कपड़ा
- अक्षत (साबुत चावल)
- गंगाजल
- फूल-माला
- चंदन
- धूप-दीप
- नारियल
- मोदक या लड्डू
स्थापना पूजा विधि:
- सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर अक्षत रखें।
- भगवान गणेश की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें।
- गंगाजल से भगवान गणेश को स्नान कराएं और फूल-माला अर्पित करें।
- भगवान गणेश को चंदन का टीका लगाएं और धूप-दीप जलाएं।
- नारियल भगवान गणेश के चरणों में रखें।
- भगवान गणेश को मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
- भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं मांगें।
गणेश चतुर्थी की पूजा के लाभ
गणेश चतुर्थी की पूजा करने से कई लाभ होते हैं, जैसे:
- भगवान गणेश की पूजा से बुद्धि और विद्या बढ़ती है।
- भगवान गणेश की पूजा से सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
- भगवान गणेश की पूजा से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं।
- भगवान गणेश की पूजा से मन शांत और स्थिर रहता है।
Did you know?
- गणेश चतुर्थी का त्योहार सबसे पहले महाराष्ट्र में मनाया गया था।
- गणेश चतुर्थी का त्योहार 19वीं शताब्दी में लोकमान्य तिलक द्वारा लोकप्रिय किया गया था।
- गणेश चतुर्थी का त्योहार अब भारत के सभी राज्यों में और दुनिया के कई देशों में भी मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी एक बहुत ही पावन और शुभ त्योहार है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आप सभी को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं।