आज के समय में हर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सुख शांति और आर्थिक तंगी से दूर रहना चाहता है इसलिए लोगों की रुचि Vaastu Shaastra और Feng Shui यानी Chinese Vastu Shastra मैं बढ़ गई है। कछुए हिंदू समाज में काफी Holy माने जाते हैं क्योंकि कछुए का संबंध भगवान विष्णु से होता है। विष्णु के 10 अवतारों में से एक कछुए का Avatar है। इसे हिंदू Mythology में ‘कूर्म’ कहा गया है।
अनेकों वैज्ञानिक प्रमाणों के अनुसार Feng Shui का इस्तेमाल करने से घर में positive energy का निवास होता है। Feng Shui का इस्तेमाल आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए और business में लाभ के लिए किया जाता है। Feng Shui में अनेकों वस्तुएं आती है जैसे कि Laughing Buddha, कछुए आदि। लेकिन आज हम Crystal के कछुए के बारे में बात करेंगे जिसे आप आर्थिक तंगी से दूर रहेंगे और Business में भी लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
तो चलिए जानते क्रिस्टल के कछुए के स्थापना के नियम (So let’s know the rules of crystal turtle placement ) !
कछुए हो आजकल हर कोई अपने पास रखना पसंद करता है। चाहे वह Ring के रूप में हो या फिर घर में Decoration के रूप में या फिर Office में positive energy के लिए हो। लेकिन अलग-अलग तरह के Metals से बने हुए कछुए अलग-अलग तरह की परेशानियों को दूर करने में सहायक होते हैं। Crystal का कछुआ वास्तविक रूप से आर्थिक तंगी को दूर करने और धन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए काम आता है।
Crystal के कछुए के कुछ अपने भी Rules होते हैं। जिसमें कछुए को किस direction में रखना होता है। और किस direction में उसका मुंह और पूछ होगी। आर्थिक तंगी की समस्या में कछुए को उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए जिसमें कछुए का मुंह दरवाजे की ओर नहीं करना चाहिए साथ ही ध्यान रहे कि कछुए को dry place पर नहीं रख कर उसे Crystal ware में पानी भर कर रखना चाहिए। एक बात यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी कछुआ की जोड़ी को एक साथ में नहीं रखना चाहिए और कभी भी Crystal के कछुआ को Drawing room में नहीं रखना चाहिए।
Crystal के कछुए को रखने के एक और फायदा भी है कि परिवार के सदस्य की आयु में वृद्धि होती है और यह काले जादू से भी घर – परिवार की सुरक्षा करता है।
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