Coronavirus से जान जाने का कितना डर है और देसी नुस्खों से इलाज का सच क्या है?

कोरोना वायरस ज़्यादातर मामलों में एक-दूसरे को छूने से फैलता है. कोरोना वायरस का पता लगने पर मरीज़ों को अलग रखा जाता है, छोटे-छोटे ग्रुप्स में. कोरोना आमतौर पर बच्चों को प्रभावित नहीं करता है. जिन लोगों की उम्र 58 से ज़्यादा होती है, कोरोना का असर ऐसे बुजुर्गों पर ज़्यादा होता है.

गांव-देहात में कोरोना वायरस के फैलने की आशंका कम ही है. ये एक शहरी बीमारी है. हर खांसी, ज़ुकाम कोरोना वायरस नहीं हो सकता है. मौसम बदलने के साथ ही कोरोना पर क़ाबू पाया जा सकता है.

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