16 और 17 जुलाई की मध्यरात्रि लगने वाले चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा अफ्रीका, आस्ट्रेलिया और दक्षिणी अमरीका में भी देखा जा सकेगा। कुछ पवित्र स्थानों पर शिव भक्त अपनी क्षमता के अनुसार किसी एक सोमवार या महीने के प्रत्येक सोमवार को कांवड़ यात्रा करते हैं और शिव की पिंडी पर कांवड़ में चढ़ाया हुआ जल चढ़ाते हैं। यह यात्रा बिना जूतों के पैदल तय की जाती है।
यह व्रत श्रावण के चौथे सोमवार को सम्पन्न होता है। इस अवसर पर पवित्र स्थानों पर लोगों को भोजन कराया जाता है। इस व्रत का पालन करने से देवता शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को पापों से मुक्ति मिलती है। कुछ महिलाएं इस मास में शिव मूर्ति व्रत का पालन करती हैं।