सावन स्पेशल व्रत की थाली – हर बार यही खाने को मन करेगा 

दोस्तों सावन का महीना शुरु हो गया है और आप सब लोगों पर भगवान भोलेनाथ की कृपा बनी रहे जैसा कि आप लोग जानते हैं सावन के महीने में खान-पान का बहुत ही ज्यादा ध्यान रखा जाता है |→ » » Continue Reading

पेट में बच्चा कैसे बनता है – 1 to 9 month of baby growth

pet me bachcha

कैसे जाने गर्भधारण हुआ है – सामान्यतया महिला को शुरूआत में तो पता ही नहीं होता कि वह गर्भधारण कर चुकी है, पीरियड के चौथे हफ्ते यानि अठाइस दिन के बाद भी माहवारी नहीं आती है तो प्रेगनेंसी का टेस्ट करना चाहिए । अगर टेस्ट पॉजीटिव आया तो गर्भधारण होने के कारण थोड़ी कमजोरी, थकान, अचानक मूड बदलना और उल्टी आने की समस्या हो सकती है।

जैसे-जैसे भ्रूण का विकास होता है उसके आसपास पानी की थैली (एम्नियोटिक सेक) बनने लगती है जो उसके लिए तकिये का काम करती है। इसी दौरान एक प्लेजेन्टा (एक गोल डिस्क के समान ओर्गन) भी बनने लगता है, यह माँ और शिशु (भ्रूण) को जोड़ता है जिससे माँ के पोषक तत्व शिशु को मिलते हैं।

पहले महीने में शिशु का चेहरा आकार लेने लगता है, इस दौरान मुँह, आँखें, नीचे का जबड़ा और गला भी बनने लगता है साथ ही रक्त कोशिकाएं बनने शुरू → » » Continue Reading

जानिए आपके शिशु का चेहरा, व्यक्तित्व ,आकार कैसा होगा


माता पिता के जीवन में संतान के आगमन से बढ़कर कोई खुशी नहीं होती है आप ज्यादातर आने वाले संतान के बारे में बातें करते हैं तथा उसके बारे में ही सोचते हैं कई बार आप कल्पना करते हैं कि उसके बाल माँ जैसे होंगे और कई बार आप सोचते हैं कि उसकी आंखें पिता जैसी होंगी | इस प्रकार की उथल पुथल आपके मन में चल रही होती है आप आने वाले शिशु के स्वरूप की कल्पना करते हैं ।→ » » Continue Reading

गर्भ में शिशु के स्वस्थ विकास के लिए मां को क्या सोचना चाहिए

गर्भावस्था किसी भी स्त्री के जीवन का सबसे अनमोल समय होता है गर्भवती स्त्रियों को विशेष खानपान दवाइयों और योग व्यायाम की सलाह चिकित्सक द्वारा दी जाती है इस समय आप की हर गतिविधि का सीधा अगर आपके शिशु पर पड़ता है।→ » » Continue Reading

बच्चों के निकल रहे हैं दांत तो इन बातों का रखें ध्यान

बच्चे ईश्वर द्वारा दिया गया मां-बाप को एक अनमोल उपहार है । बच्चे को हंसता खेलता दे खकर मां-बाप को एक सुखद अनुभव प्राप्त होता है । जब बच्चा 6 महीने का होता है तब से उसके दांत निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और अब हम ठोस भोजन भी खाने  के लिये दे सकते है ।→ » » Continue Reading