Thursday, April 24, 2025
HomeFestival Tipsबैसाखी कब है 2023,महत्त्व त्यौहार पर निबंध | Baisakhi or Vaisakhi Festival...

बैसाखी कब है 2023,महत्त्व त्यौहार पर निबंध | Baisakhi or Vaisakhi Festival History and Importance in Hindi

बैसाखी क्यों और कब मनाई जाती है, 2023 का महत्त्व व इतिहास, निबंध, किसका त्यौहार है, पर्व, किसे कहते हैं, कब होता है, पूर्णिमा (Baisakhi or Vaisakhi Festival Meaning, Essay, History, Importance and Significance in Hindi)

बैसाखी कब है 2023

बैसाखी एक विशेष त्योहार है जो हर साल 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है। इसे हिंदू धर्म के अलावा सिख धर्म के लोग भी मनाते हैं। यह त्योहार भारत के कुछ हिस्सों में प्रसिद्ध है जैसे कि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश।

इस त्योहार का महत्त्व बहुत उच्च है। यह त्योहार फसल काटने के बाद आता है और लोग इस अवसर पर अपने समूह नृत्य करते हैं। इसके अलावा, सिख समुदाय में इस दिन का विशेष महत्त्व है क्योंकि इस दिन को सिख धर्म के गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ का उद्घाटन किया था।

बैसाखी का मतलब

बैसाखी का मतलब होता है ‘नए फसल का आगमन’। इस दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। उन्हें सुबह उठकर नहाने के बाद गुरुद्वारे जाना चाहिए जहां पर विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं। लोग एक दूसरे को गुलाब का फूल भेंट करते हैं और एक दूसरे के साथ परिवार के साथ भोजन करते हैं।

Also Read:  गुरुवार करवा चौथ चाँद को देख बोल दे 2 शब्द का यह मंत्र पति की हर परेशानी हाथो हाथ होगी खत्म

इस दिन सिख धर्म के लोग अपने  गुरुद्वारों में जाकर कीर्तन गाते हैं। यह एक बहुत उत्साहजनक त्योहार होता है जो लोगों के बीच एकता और सम्बन्धों को मजबूत करता है।

बैसाखी का इतिहास

बैसाखी का इतिहास बहुत पुराना है और इसे हिंदू धर्म के साथ-साथ सिख धर्म का भी एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। इस दिन को सिख धर्म के गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ का उद्घाटन किया था और उन्होंने सिख समुदाय के लोगों को अपनी ताकत के साथ सम्मान का एक नया माध्यम दिया था।

इस त्योहार को बैसाखी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह मूल रूप से वैशाखी महीने के प्रथम दिन को मनाया जाता है। इस दिन की सुबह लोग उठकर नहाने के बाद गुरुद्वारे जाते हैं और वहां विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा, लोगों ने एक दूसरे को गुलाब का फूल भेंट करते हैं और खाने की विशेषता के रूप में परंपरागत भोजन करते हैं।

Also Read:  70 साल में पहली बार बना करवा चौथ पर अद्भुत संयोग, जरूर करें ये 3 काम

इस त्योहार के बारे में जानकारी होना बहुत महत्वपूर्ण ह क्योंकि यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित त्योहार है जो भारतीय संस्कृति और धर्म के उत्सवों में से एक है। इस त्योहार के अवसर पर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर इसका जश्न मनाते हैं। यह एक बहुत ही खुशी का त्योहार है जो सम्पूर्ण देश में मनाया जाता है।

Baisakhi Festival 2023 Date

बैसाखी त्यौहार 2023 में 14 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह त्यौहार प्रति वर्ष वैशाखी माह के प्रथम दिन मनाया जाता है। इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में जाते हैं और वहां विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा, लोग एक दूसरे को गुलाब का फूल भेंट करते हैं और परंपरागत भोजन का आनंद लेते हैं।

How to Celebrate Baisakhi

बैसाखी का त्यौहार एक बहुत ही उत्साहजनक त्यौहार है जो सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। इस दिन को बहुत समय से मनाया जा रहा है। इस त्यौहार के दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। सभी लोग नए जुते पहनते हैं और इस दिन के अवसर पर सभी के पास खाने का विशेष व्यंजन होता है।

Also Read:  करवा चौथ के दिन सिंदूर से ऐसी मांग भूलसे भी ना भरे, रूठ जायेगी माँ लक्ष्मी | Karwa Chauth

बैसाखी त्यौहार हमारे देश के सबसे महत्त्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को एक साथ लाना होता है। इस दिन को मनाकर लोग अपने व्यक्तिगत जीवन में नई शुरुआत करते हैं और एक दूसरे के साथ भाईचारे की भावना से मिलते हैं। बैसाखी त्यौहार का महत्व इसे मनाने वालों के लिए बहुत उच्च होता है और इसे धूमधाम से मनाया जाता है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments