कब है छठ पूजा 7 या 8 नवंबर 2024, जाने शुभ मुहूर्त, नहाय – खाय कब है, और अर्घ्य देने का शुभ समय

छठ पूजा

छठ पूजा एक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे खासतौर से पूर्वी भारत में, विशेषकर बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पूजा सूर्य देव और छठी मइया की आराधना के लिए की जाती है। छठ पूजा का यह पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसमें श्रद्धालु सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं और उनसे सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

छठ पूजा

इस साल, कई लोग यह जानना चाहते हैं कि छठ पूजा का पर्व 7 या 8 नवंबर को मनाया जाएगा। तो चलिए जानते हैं छठ पूजा का सही दिन, नहाय-खाय का समय, और अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त।

1. कब है छठ पूजा? – 7 या 8 नवंबर 2024

  • वर्ष 2024 में छठ पूजा का प्रमुख दिन 7 और 8 नवंबर को है।
  • 7 नवंबर को संध्या अर्घ्य (शाम का अर्घ्य) दिया जाएगा।
  • 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य
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दिवाली के दिन मृत्यु प्राप्त होना पवित्र/शुभ क्यों माना जाता है?

diwali

नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ दीक्षा शर्मा, भारतीय पर्व-त्योहारों और संस्कृति पर पिछले 10 साल से लेखन कर रही हूँ। इस विषय पर लिखने की प्रेरणा मुझे हाल ही में मिली जब मैंने एक परिवार के बारे में सुना, जो त्यौहार के दिन किसी अपने को खोने के बाद से वह पर्व नहीं मनाते। इस लेख में, हम इस बात पर विचार करेंगे कि आखिर दिवाली जैसे शुभ दिन पर किसी की मृत्यु को क्यों पवित्र माना जाता है। इसे पढ़कर आप भी अपने दृष्टिकोण को और स्पष्ट कर पाएंगे।

क्या होता है दिवाली के दिन मृत्यु का अर्थ? – Meaning of Death on Diwali

दिवाली, भारतीय संस्कृति का सबसे प्रमुख त्यौहार है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की जाती है। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि दिवाली के दिन किसी की मृत्यु क्यों शुभ मानी जाती है? इसका कारण भारतीय धार्मिक → » » Continue Reading

धनतेरस 2024: पूजा का शुभ समय, योग और खरीदारी के टिप्स, नोट करें अपने शहर का समय

dhanteras ka subh samay

नमस्ते! मैं Sneha हूं और मैं पिछले 5 years से ज्योतिष और भारतीय festivals पर लेख लिख रही हूं। आज हम धनतेरस 2024 की बात करेंगे, जिसमें पूजा का सही समय, शुभ योग, और अन्य खास जानकारी शामिल है। इस लेख में आपको Dhanteras के बारे में सारी महत्वपूर्ण बातें मिलेंगी, ताकि आप इस दिन को पूरे विश्वास के साथ मना सकें।

 धनतेरस पर पूजा का शुभ समय (Dhanteras Puja Timing)

ज्योतिषियों की मानें तो Pradosh Kaal और वृषभ लग्न के दौरान मां Lakshmi और भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से wealth में वृद्धि होती है। ऐसा माना जाता है कि इस समय में धन की देवी मां Lakshmi हमारे घर में स्थायी रूप से निवास करती हैं। इसीलिए धनतेरस के दिन Pradosh Kaal और वृषभ लग्न के दौरान Dhanvantari और मां लक्ष्मी की पूजा करना विशेष रूप से लाभकारी होता है।

  • प्रदोष काल: शाम 05:38 बजे से रात
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कैसे करें सिर्फ 4 चीज़ों के साथ Perfect Makeup – Simple और आसान तरीका

makeup for ladies

Hey Beauties! 😊 क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ 4 चीज़ों के साथ आप अपना makeup complete कर सकती हैं? हां, आपने सही सुना! आज के इस वीडियो में हम आपको दिखाने वाले हैं कि कैसे आप बिना ज्यादा makeup products के, सिर्फ 4 basic चीजों से भी एक सुंदर और flawless look पा सकती हैं। अगर आप makeup में beginners हैं, या आपके पास बहुत सारे makeup products नहीं हैं, तो ये वीडियो आपके लिए perfect है। इसमें हम आपको बताएंगे कि कैसे Ponds BB Cream का इस्तेमाल करके आप natural और glowing makeup कर सकती हैं। तो चलिए, अब बिना time waste किए, शुरू करते हैं!→ » » Continue Reading

साड़ी में पतली और लंबी दिखने की बेस्ट टिप्स | Perfect Banarasi Silk Saree Draping Secrets

saree

हैलो दोस्तों, कैसे हैं आप सब?
आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे साड़ी में पतली और लंबी दिखने की BEST टिप्स के बारे में। साड़ी पहनना हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है, और अगर सही तरीके से पहनी जाए, तो साड़ी से आप न सिर्फ elegant बल्कि slim और लंबी भी दिख सकती हैं। आज के वीडियो में हम खासकर Banarasi silk saree with heavy stone work को कैसे drape करना है, इस पर चर्चा करेंगे ताकि आप हर मौके पर ग्लैमरस और ग्रेसफुल लगें।

सही Draping से पाएं Slim Look

साड़ी को drape करने के सही तरीके से आपका पूरा लुक बदल सकता है। यहां कुछ खास टिप्स हैं जो आपको साड़ी में पतली और लंबी दिखने में मदद करेंगे:

  1. लाइटवेट फैब्रिक का चुनाव करें: साड़ी का फैब्रिक जितना हल्का होगा, आपका लुक उतना ही slim लगेगा। Banarasi silk sarees का फैब्रिक थोड़ा हैवी होता है, इसलिए
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Instant Crispy Chakli Recipe | घरपे चकली बनाने का आसान तरीका | Diwali Special

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नमस्ते दोस्तों! 😊 Diwali का त्योहार आ चुका है और इसमें स्वादिष्ट और crispy चकली के बिना मज़ा अधूरा है। आज हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसी recipe जो घर पर आसानी से बनाई जा सकती है, और वो भी बिना ज्यादा time लगाए। इस वीडियो में आपको मिलेगा step-by-step तरीका जिससे आप बिना किसी झंझट के एकदम perfect chakli बना सकते हैं। इस recipe को खास बनाया है Chef Sanjyot Keer ने, जो अपने unique तरीकों से हमेशा कुछ नया लाते हैं।

क्या है खास इस Recipe में? – What makes it special?

यह Chakli recipe सिर्फ Diwali के लिए नहीं, बल्कि किसी भी मौके पर बनाई जा सकती है। Crispy, light, और flavourful चकली, जिसे बनाना है बहुत easy। बस थोड़े से ingredients और सही technique से आप घर पर ही bakery-style chakli बना सकते हैं। Plus, इस वीडियो में आपको मिलेगी कुछ special tips, ताकि आपकी → » » Continue Reading

बाजार से नहीं लाएंगे! खास सीक्रेट से बनाएं 6 आसान दिवाली वाले मठरी और शकरपारे

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नमस्ते दोस्तों! कैसे हो आप सब? मैं Dixa आपका स्वागत करती हूँ हमारे आज के खास वीडियो में। क्या आप भी इस दिवाली घर पर आसानी से टेस्टी और क्रिस्पी मठरी और शकरपारे बनाना चाहते हैं? तो ये वीडियो आपके लिए एकदम परफेक्ट है!

बाज़ार जैसी मठरी-शकरपारे घर पर – Easy Tricks

दोस्तों, हम सभी जानते हैं कि दिवाली के त्योहार पर घर की बनी हुई मिठाई और स्नैक्स का एक अलग ही मज़ा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना ज्यादा मेहनत किए, कुछ सीक्रेट टिप्स अपनाकर आप घर पर ही बाजार जैसी स्वादिष्ट मठरी और शकरपारे बना सकते हैं? इस वीडियो में मैं आपको step-by-step बहुत आसान और खास tricks बताने वाली हूँ, जिससे आप घर पर बिना preservatives के ये टेस्टी snacks बना सकें।

Recipe के Behind-the-scenes – Tips and Tricks

इस वीडियो में हम आपको ऐसी आसान रेसिपी बताएंगे जिसे कोई भी आसानी से → » » Continue Reading

नवरात्र में लोगों के ऊपर माता आ जाती है। इसका क्या महत्व है?

माता उनके ऊपर आ जाती है

नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ Dixa, एक Astro blogger, और आज मैं आपके लिए एक खास post लेकर आई हूँ।

क्या आपने कभी सोचा है कि नवरात्र के दौरान लोग कहते हैं कि माता उनके ऊपर आ जाती है? यह एक ऐसा अनुभव है जो कई लोग महसूस करते हैं, लेकिन इसके पीछे क्या रहस्य है और इसका हमारे जीवन में क्या महत्व है? इस पोस्ट में हम इसी विषय पर बात करेंगे। नवरात्रि का यह समय बहुत ही पवित्र और विशेष होता है, और आज मैं आपको बताऊंगी कि माता की सवारी का क्या अर्थ है और इसके पीछे की धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएँ क्या हैं। चाहे आप आस्था रखते हों या बस जानना चाहते हों, यह जानकारी आपको ज़रूर आकर्षित करेगी।

माता उनके ऊपर आ जाती है

नवरात्रि के दिनों में कई लोग अनुभव करते हैं कि उनके ऊपर माता की सवारी आती है। इस अवस्था को कई लोग एक divine connection के रूप में → » » Continue Reading

Kanya Pujan 2024 – नवरात्रि के आखिरी दिन में कन्या भोजन क्यों होता है?

नवरात्रि के आखिरी दिन में कन्या भोजन क्यों होता है

हैलो दोस्तों! मैं प्रिय, 7 साल से एक एस्ट्रो ब्लॉगर हूँ, और आज हम एक बहुत खास सवाल पर बात करेंगे: “नवरात्रि के आखिरी दिन में हवन के बाद कन्या क्यों खिलाई जाती है?” ये एक रोचक और महत्वपूर्ण परंपरा है जो देवी दुर्गा की उपासना से जुड़ी है। आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।

देवी दुर्गा की उपासना – Goddess Worship

नवरात्रि के दौरान, देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। कन्याओं को देवी का प्रतीक माना जाता है और इसलिए हवन के बाद उन्हें भोजन कराया जाता है। इसे कन्या पूजन कहा जाता है, जो एक पवित्र कर्म है।

कन्या पूजन का महत्व – Importance of Kanya Pujan

कन्या पूजन का उद्देश्य कन्याओं में देवी की शक्ति को मान्यता देना है। माना जाता है कि कन्याओं के माध्यम से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि आती है।→ » » Continue Reading

पुत्र यदि श्राद्ध ना करना चाहे, तो क्या पुत्री श्राद्ध कर सकती है?

पुत्र यदि श्राद्ध ना करना चाहे, तो क्या पुत्री श्राद्ध कर सकती है

नमस्ते, मैं प्रिय हूँ, और मैं 7 सालों से health और astrology की world में blogging कर रही हूँ। आज हम एक महत्वपूर्ण और traditional विषय पर बात करेंगे, जो है – श्राद्ध। अक्सर यह question उठता है कि अगर पुत्र श्राद्ध करने में सक्षम नहीं है या करना नहीं चाहता, तो क्या पुत्री यह जिम्मेदारी ले सकती है? इस topic पर मेरे पास कुछ खास insights हैं, जिन्हें मैं आज आपके साथ share करना चाहती हूँ।

श्राद्ध का महत्व – Importance of Shradh

श्राद्ध हिंदू धर्म में एक significant संस्कार है, जिसका उद्देश्य पितरों (ancestors) की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। पितृपक्ष के समय, लोग अपने ancestors की याद में तर्पण, पिंडदान, और भोजन दान करते हैं। यह एक धार्मिक कर्म है, जिसे हर व्यक्ति अपने पूर्वजों की तृप्ति के लिए करता है। सवाल यह उठता है कि यदि पुत्र श्राद्ध करने में सक्षम नहीं है → » » Continue Reading